
भारत-पाकिस्तान के पास 40 लाख रुपए की ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ी है। फैक्ट्री से जब्त सामग्री तरल पदार्थ से करीब 100 करोड़ रुपए की एमडी ड्रग्स तैयार होनी थी। जिसको देशभर में सप्लाई करने की प्लानिंग थी। लेकिन उससे पहले बाड़मेर पुलिस ने पकड़ ली। बाड़मेर एसपी नरें
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एसपी ने बताया- बिरजु शुक्ला महाराष्ट्र जेल में गया था। तब उसकी जान पहचान एमडी बनाने वाले इंजीनियर से हो गई। यह इंजीनियर काफी पढ़े लिखे है। एमडी बनाने में और भी कई लोग शामिल हो सकते है। यह नेटवर्क राजस्थान नहीं पूरे भारत में फैला हुआ है। यह लोग सुनसान इलाके में सेफ महसूस करते है। जिससे लोगों की आवाजाही नहीं हो। वहां फैक्ट्री बनाकर उत्पादन करते है।
एसपी ने कहा पूरी गैंग दूसरे जिलों में एक्टिव है। जब एक जगह कार्रवाई होती है तो एजेंसी और पुलिस का ध्यान हट जाता है तो दूसरी जगह फैक्ट्री लगा देते है। तस्करों को थोड़ी सी डील मिलने पर फैक्ट्री लगा देते है। एमडी का पूरा प्रोडक्शन होने पर तीन-चार दिन लगते है। उसमें बर्फ, फ्रीज भी होना चाहिए। अलग-अलग विधि है। उसमें टाइम लगता है। एमडी पांच दिन की प्रक्रिया में तैयार होती थी।
बाड़मेर पुलिस और एनसीबी की टीमें कर पूरे मामले की जांच पड़ताल।
मुंबई से आए इंजीनियर बोले फागलिया जगह उपयुक्त नहीं
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि फागलिया में सैटअप करने के दौरान मशीन का शीशा टूट गया था। मुंबई से आए इंजीनियरों ने कहा कि यह जगह उपयुक्त नहीं है। तब उन्होंने धौलकियां कारटिया में सैटअप किया।
खेत मालिक को 10 रुपए देना हुए तय
एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया- आरोपी मांगीलाल व बिरजु जयेंद्र शुक्ला से हुई पूछताछ में सामने आया है कि गैंग में रमेश उर्फ अनिल पुत्र सोहनलाल शिव मंदिर नेडी नाडी, कमलेश उर्फ कार्तिक पुत्र सदराम निवासी लुंभाणियों की ढाणी चैनपुरा, कमलेश पुत्र जगमालराम निवासी महादेव नगर फागलिया, गणपतसिंह पुत्र भंवरसिंह निवासी आंकल ने प्लानिंग बनाकर अपना-अपना कमीशन तय करते हुए आरोपी मांगीलाल के खेत में फैक्ट्री लगाने की प्लानिंग की। इसके बदले मांगीलाल को आरोपी रमेश ने 10 रुपए देना तय किया गया। 5 लाख रुपए रोकड़ दिए। जिस पर आरोपी मांगीलाल और कमलेश उर्फ कार्तिक दोनों मुंबई जाकर बिरजु जयेंद्र शुक्ता से मिले। वहां से बिरजु शुक्ला व इंजीनियर शिव निवासी उड़ीसा के साथ लेकर फैक्ट्री लगवाने का स्थान तय किया। एमडी और अन्य मादक पदार्थ बनाने की विधि की पूरी जानकारी बिरजु शिव को होने की बताई। बाड़मेर पुलिस और एनसीबी की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है।
आसपास के जिलों में फैक्ट्री होने का संभावना, पश्चिमी राजस्थान है टारगेट में
एसपी ने बताया- बाड़मेर जिले के अलावा आसपास के जिलों में भी ड्रग्स की फैक्ट्री हो सकती है। पूछताछ में जैसलमेर का नाम आया है। इस पर हमने वहां की पुलिस को बताया है। जालोर, सांचोर पुलिस को भी इनपुट दिया गया है। गैंग का टारगेट है कि पश्चिमी राजस्थान के एरिया से एमडी बनाकर पूरे भारत में सप्लाई की जाए।
दो जने गिरफ्तार व 8 को किया नामजद
एसपी ने बताया- खेत मालिक मांगीलाल पुत्र रामकिशन निवासी धौलकिया कारटिया सेड़वा और बिरजु जयेंद्र शुक्ला पुत्र जयेंद्र शुक्ता निवासी सीएचएस एसवीपी नगर म्हाड़ा वर्सोवा टेलिफोन एक्चेंज, 4 बग्लो, अंधेरी वेस्ट, मुंबई महाराष्ट्र को गिरफ्तार किया है। बिरजु मादक पदार्थ बनाने की विधि का जानकार जिसने आरोपी शिव भाई से जानकारी लेकर काम शुरू किया।
एसपी ने बताया कि फैक्ट्री स्थापित करने का मुख्य आरोपी रमेश कुमार उर्फ रामलाल उर्फ अनिल कुमार पुत्र सोहनलाल निवासी शिव मंदिर नेडीनाडी धोरीमन्ना, इसका सहयोगी कमलेश उर्फ कार्तिक पुत्र सदराम निवासी लुंभाणियों की ढाणी, चैनपुरा धोरीमन्ना, गणपतसिंह पुत्र भंवरसिंह निवासी आंकल पुथा सेड़वा, कमलेश पुत्र जगमालराम निवासाी फागलिया बाखासर, मादक पदार्थ बनाने का जानकार शिवा भाई निवासी उड़ीसा, नर्मता मेडम निवासी ढाणे शहर साइबर पुलिस स्टेशन महाराष्ट्र, रोहन प्रभाकर रोहन कंपनी का मालिक है। मच्छीचंद्र तुकाराम भौसले पुत्र तुकाराम निवासी महाड़ अकोला महराष्ट्र को नामजद किया गया। पुलिस इनकी तलाश कर रही है।
फैक्ट्री से यह किए जब्त
पुलिस जांच में छपरे के अंदर मादक पदार्थ एमडी तरल बनाने की सेटअप मशीन, मशीन में से एमडी और मादक पदार्थ बनने में काम आने वाले मिश्रित तरल पदार्थ 39 किलो 250 ग्राम इसके अलावा 8 प्लास्टिक के जरीकन, 7 बोतलों में जिसमें 290 किलो 840 ग्राम लिक्विड कैमिल, क्लोरोफार्म, अमोनिया, क्लोराईड, एसीड, टोलविन, र्बोमीन, एसीएल (प्रतिबंधित), व कार्बन तथा प्लास्टिक की थेलियों में 5 किलो 330 ग्राम सफेद पाउडर तथा एक इलेक्ट्रिक कांटा जनरेटर व 2 कागज की कॉपी जब्त की है। कागज कॉपी में अवैध मादक पदार्थ बनाने की विधि लिखी हुई है।
जैसलमेर में लगाने की थी प्लानिंग
एसपी ने बताया कि महादेव इंटरप्राइजेज राजस्थान की फर्म के नाम से मशीन व सामान मंगवाया गया। लेकिन वहां तैयारी की गई। जैसलमेर पुलिस को भी सूचना दी गई। लेकिन उन्होंने वहां पर न लगाकर बाखासर के एरिया फागलिया में लगाने की प्लानिंग कर स्थापित की जा रही थी। तभी मशीन में लगा कांच टूट जाने के कारण बिरजु शुक्ता ने कहा यहां पर जगह उचित नहीं है। फिर वहां से धौलकिया कारटिया लेकर आए।
टारगेट मेट्रो सिटी में सप्लाई करने का था
एसपी ने बताया कि जब्त सामान से करीब 100 करोड़ की एमडी तैयार होती। फिर उसको देश के बड़े शहरों और मेट्रो सिटी में भेजनी थी। रमेश निवासी नेडी नाडी का मुख्य गैंग का सरगना है।
जैसलमेर की फर्म के नाम खरीदी फैक्ट्री मशीनें, तैयार माल एक लाख के इनामी को देने थे
मुंबई से फैक्ट्री स्थापित करने की सामग्री और कैमिकल आरोपी बिरजु ने नर्मता ग्लास कंपनी ढाणे, मुंबई से आरोपी नर्मता मेडम से मशीन सेटअप के लिए कांच की सामग्री तथा रोहन कंपनी मुंबई के मच्छीन्द्र तुकाराम भौसले से अवैध मादक पदार्थ बनाने के लिए रासायनिक पदार्थ, कैमिकल, एसीड समेत सामग्री महादेव इंटरप्राईजेज राजस्थान जैसलमेर के नाम से बिल व जीएसटी नंबर देकर खरीदी गई। सामग्री टैंपों से अवैध पदार्थ, पदार्थ बनाने की सामग्री मंगवाई गई। फैक्ट्री में मादक पदार्थ तैयार होने पर आरोपी रमेश उर्फ अनिल निवासी नेडीनाडी को देने की प्लानिंग थी।
बाड़मेर पुलिस को मिली थी सूचना
एसपी ने बताया- हमें सूचना मिली थी कि बाड़मेर जिले में एमडी बनाने की फैक्ट्री आपके एरिया में हो सकती है। यहां पर बनाकर पूरे देशभर मे भिजवाने की फिराक में है। पूरे मामले को लेकर जिले भर के अधिकारियों के साथ मीटिंग की गई। मंगलवार को सेड़वा के बीट कांस्टेबल मनोहर सिंह को सूचना मिली थी कि एरिया में एसी कोई फैक्ट्री लग गई है।