
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने बुधवार को 6 जिलों में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 24-25 जुलाई को राज्य में मौसम ड्राय रह सकता है। कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। 27 जुलाई से राजस्थान में भारी बारिश का दौर शुरू होन
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इधर टोंक जिले में स्थित बीसलपुर बांध में 24 घंटे में 6 सेंटीमीटर पानी बढ़ा है। इससे बांध में जलस्तर बुधवार सुबह 6 बजे तक 315.39 आरएल मीटर पहुंच गया है। अभी बांध पूरा भरने में 11 सेंटीमीटर खाली है। इसे फुल भरने में 2 दिन लग जाएंगे। ऐसे में इसके गेट एक-दो दिन में संभवत शुक्रवार तक खोले जा सकते है।
झुंझुनूं जिले के गुढ़ागौड़जी कस्बे से बुधवार सुबह करीब 5 बजे बजावा रावतका मोहल्ले में एक पुराना कच्चा मकान तेज बारिश के चलते ढह गया। हादसे में मलबे में दबने से अंजू (36) पुत्री बाबूलाल की मौत हो गई, जबकि मोहित (22) पुत्र अमर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया।
दोनों हादसे के वक्त मकान के भीतर सो रहे थे। अंजू उस मकान में अपनी मौसी के साथ रहती थी, जबकि मोहित अपने रिश्तेदारों से मिलने आया हुआ था। लगातार हो रही बारिश के कारण मकान की दीवारें कमजोर हो गई थी और सुबह 5 बजे अचानक ढह गईं।
झुंझुनूं के गुढ़ागौड़जी कस्बे में बुधवार सुबह बारिश के चलते एक मकान ढहने से एक महिला की मौत हो गई और एक युव गंभीर रूप से घायल हो गया।
वहीं, मंगलवार को भरतपुर, अलवर, सवाई माधोपुर, करौली समेत कई जिलों में 2 इंच तक बरसात हुई। जयपुर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में भी बारिश हुई। सवाई माधोपुर-सपोटरा-करौली और हाड़ौती-सपोटरा मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। भूरी पहाड़ी के पास बह रही बनास नदी की पुलिया तेज बहाव के चलते टूट गई। अजमेर के अरांई क्षेत्र में दो बच्चों की पौंड में डूबने से मौत हो गई।
बालोतरा के डडांली गांव के पास लूणी नदी में मंगलवार सुबह तेज बहाव के बीच मिनी बस फंस गई। बायतु से करना भूखा भगत सिंह रूट पर जा रही बस में 6 से ज्यादा यात्री सवार थे। क्रेन से बस को सुरक्षित निकाला गया।
नागौर की खींवसर ग्राम पंचायत में रास्तों पर घुटनों तक पानी भरा है। मंगलवार को अंतिम संस्कार के लिए अर्थी को श्मशान ले जाने के लिए लोगों को इसी पानी से गुजरना पड़ा।
नागौर की खींवसर ग्राम पंचायत में मंगलवार को घुटनों तक भरे पानी में से अर्थी को श्मशान ले जाते लोग।
एक-दो दिन में खुलेंगे बीसलपुर बांध के गेट टोंक जिले में स्थित बीसलपुर बांध में 24 घंटे में 6 सेंटीमीटर पानी बढ़ा है। इससे बांध में जलस्तर बुधवार सुबह 6 बजे तक 315.39 आरएल मीटर पहुंच गया है। अभी बांध पूरा भरने में 11 सेंटीमीटर खाली है। पानी की स्पीड इसी तरह की रही तो अभी भी इसे फुल भरने में 2 दिन लग जाएंगे। ऐसे में इसके गेट एक-दो दिन में संभवत शुक्रवार तक खोले जा सकते है। अभी इस बांध में 38.703 TMC के मुकाबले 37.930 TMC पानी है। जो कि कुल भराव क्षमता का 98 प्रतिशत है।
बीसलपुर बांध परियोजना के XEn मनीष बंसल ने बताया कि बांध में पानी की आवक को देखते हुए एक-दो दिन बाद इसके गेट खोले जाएंगे। यह बांध 22 साल में पहली बार जुलाई माह में एक-दो दिन में फुल भर जाएगा। इससे पहले यह 6 बार अगस्त माह में और 7वीं बार गत साल सितंबर माह में खुला था। अब 8वीं बार जुलाई माह में इसके गेट खुलने की संभावना है।
टोंक जिले में स्थित बीसलपुर बांध में 24 घंटे में 6 सेंटीमीटर पानी बढ़ा है। इससे बांध में जलस्तर बुधवार सुबह 6 बजे तक 315.39 आरएल मीटर पहुंच गया है।
अलवर के बहादुरगढ़ में 70MM से ज्यादा पानी बरसा पिछले 24 घंटे के दौरान करौली में 25, उदयपुर में 35, अलवर के बहादुरगढ़ में 70, खैरथल में 63, मुंडावर में 51 और अलवर शहर में 64.2MM पानी बरसा।
हनुमानगढ़ के भादरा में 25, भरतपुर के डीग में 60, रूपवास में 22, सवाई माधोपुर के खंडार में 64 और चूरू के सादुलशहर में 14MM बरसात दर्ज हुई। जयपुर के आंधी में 16 और तूंगा में 18MM बरसात दर्ज हुई।
27 जुलाई से शुरू होगा भारी बारिश का दौर मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बना है। यह सिस्टम अगले 24 से 36 घंटे में और तीव्र होकर लो-प्रेशर सिस्टम में तब्दील हो सकता है। यह सिस्टम धीरे-धीरे पूर्वी भारत की तरफ आगे बढ़ेगा।
इस सिस्टम के असर से राजस्थान में 27 से 30 जुलाई के दौरान भारी बारिश की गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। इस दौरान कोटा संभाग में कहीं-कहीं अतिभारी बारिश और भरतपुर, जयपुर, उदयपुर संभाग में भारी बारिश होने की संभावना है।
करौली जिले में 4 दिन के अंतराल के बाद मंगलवार को बारिश हुई।