Aurangzeb Remark Row: ‘कुलपति माओवादी सोच से प्रभावित, पहले वाले VC का क्या हुआ, सब जानते’- बोले मंत्री खराड़ी


मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा द्वारा मुगल शासक औरंगजेब को लेकर दिए गए बयान पर मचा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस पर जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कुलपति का बयान माओवादियों से प्रभावित सोच को दर्शाता है और इस तरह के आचरण पर उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।
 
‘पहले भी कुलपति विवादों में घिरे थे’
मंत्री खराड़ी ने याद दिलाया कि इससे पहले भी विश्वविद्यालय में एक कुलपति ने गुलाबचंद कटारिया को जूते की माला पहनाने की बात कही थी। उनके साथ क्या हुआ, यह सबको पता है। खराड़ी ने कहा कि मौजूदा कुलपति को भी इतिहास की गहराई से पढ़ाई करनी चाहिए, न कि तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करना चाहिए।
 
‘क्या औरंगजेब सचमुच प्रशासक था?’
मंत्री ने सवाल उठाया कि अगर औरंगजेब को सबसे अच्छा प्रशासक कहा जा रहा है, तो क्या यह भूल जाना चाहिए कि उसके शासनकाल में धार्मिक कट्टरता, अत्याचार और जबरन धर्मांतरण जैसी घटनाएं हुईं? खराड़ी ने कहा कि उस दौर में एक हाथ में तलवार और दूसरे में कुरान थी। या तो कुरान कबूल करो या फिर सिर झुकाओ। क्या यह एक अच्छे प्रशासक का आचरण था? उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी को आदर्श प्रशासक देखना है तो मेवाड़ के राणा सांगा को देखना चाहिए। उनके पास केवल ढाई अक्षर की शिक्षा थी, लेकिन शासन ऐसा दिया कि मेवाड़ में न्याय और व्यवस्था की मिसाल कायम हुई।

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‘छात्र नाराज हैं, लेकिन कानून अपने हाथ में न लें’

मंत्री ने कहा कि उदयपुर के लोग और छात्र इस बयान से बेहद नाराज हैं। हालांकि उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे कानून अपने हाथ में न लें। खराड़ी ने भरोसा दिलाया कि सरकार को इस मामले से अवगत कराया जाएगा और कुलपति के आचरण पर उचित निर्णय लिया जाएगा।

 

‘बहस के लिए सामने आएं कुलपति’

खराड़ी ने कहा कि हमें इतिहास पढ़ने या जानने पर आपत्ति नहीं है। लेकिन यदि कुलपति को लगता है कि वे सही हैं, तो उन्हें खुली बहस के लिए सामने आना चाहिए और अपने तथ्यों को साबित करना चाहिए। तभी उनके बयान को स्वीकार किया जा सकता है। दरअसल, जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी उदयपुर टाउनहॉल में आयोजित नेशनल ट्राइबल फूड फेस्टिवल में शामिल होने पहुंचे थे। यहीं पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में यह बयान दिया।

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