
जितना कैचमेंट एरिया था, उस पर अतिक्रमण हो गए तो पानी की आवक ही नहीं रही। इन जलस्रोतों को भरने के लिए पानी लाने की योजनाएं कई बार बनी, लेकिन काम अब तक नहीं हुआ है। ऐसे में प्रभावित बांध कभी भर नहीं पाते हैं, जिस तरह की परेशानी बागोलिया बांध की है, उसी तरह से भट्ट बांध, खरताणा बांध, सालेरा बांध भी समस्याग्रस्त है।