
उदयपुर की सवीना थाना पुलिस ने जमीन फर्जीवाड़े के बड़े मामले का खुलासा करते हुए एक महिला सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह लंबे समय से योजनाबद्ध तरीके से दस्तावेजों की जालसाजी कर असली खातेदारों की जगह डमी व्यक्तियों को खड़ा कर जमीनें हड़पने का काम कर रहा था। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपी संगठित रूप से काम करते हैं, इस तरह के अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है।
थानाधिकारी अजय सिंह राव ने बताया कि पर्यटन विभाग उदयपुर की जॉइंट डायरेक्टर सुमिता सरोज की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। उनके पिता एस.पी. सरोज और मां कुसुमलता सरोज के नाम पर डाकन कोटड़ा क्षेत्र में करीब 4,250 वर्ग फीट कृषि भूमि है। इसी जमीन को हड़पने के लिए आरोपियों ने षड्यंत्र रचा और 2019 में ही फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए।
गिरोह ने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर अनिसा उर्फ नैना को कुसुमलता सरोज और एक अन्य व्यक्ति को एस.पी. सरोज के रूप में दर्शाया। इसके बाद इन दोनों डमी व्यक्तियों को उप-पंजीयक कार्यालय प्रथम, उदयपुर में असली खातेदार बताकर पेश किया गया। अधिकारियों को गुमराह कर जमीन का मुख्तियारनामा मोहम्मद शाहिद पुत्र चांद मोहम्मद के नाम करवा लिया गया। इस पावर ऑफ अटॉर्नी के आधार पर शाहिद ने जमीन आगे बेच दी।
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गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद शाहिद, शब्बीर खान, मोहम्मद एजाज, अनिसा उर्फ नैना और मोहम्मद आफताब उर्फ शाहरुख के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि यह सब संगठित तरीके से हुआ और आरोपियों ने मूल खातेदार परिवार को पूरी तरह अंधेरे में रखकर जमीन पर कब्जा करने की साजिश रची।
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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं। यह भी आशंका है कि गिरोह ने पहले भी इस तरह की वारदातों को अंजाम दिया होगा। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है, पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि जमीन फर्जीवाड़े में कहीं राजस्व विभाग के किसी कर्मचारी की मिलीभगत तो नहीं रही है।
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