
साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को लेकर विप्र फाउंडेशन राजस्थान युवा मंच और लघु उद्योग भारती की ओर से पहल की गई है।
देश और प्रदेश में इन दिनों साइबर ठगी का आंकड़ा बढ़ने लगा है। नौकरीपेशा से लेकर उद्यमी और शिक्षित लोगों को भी साइबर ठग आसानी से झांसे में लेकर शिकार बना देते हैं और लाखों रुपए उनके खाते से निकाल देते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए जोधपुर में विप्र फाउ
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इस वर्कशॉप में शहर के अलग-अलग समाज से जुड़े लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा। जिसमें आम जन को साइबर एक्सपर्ट साइबर क्राइम से बचाव के बारे में जानकारी देंगे।
कार्यक्रम को लेकर जानकारी देते हुए लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने जानकारी दी। बताया कि देश में बीते 5 वर्षों में डिजिटल क्रांति बढ़ी है। इसके चलते डिजिटल लेनदेन भी बढ़ रहा है। बैंकिंग से लेकर यात्रा के टिकट से लेकर तमाम तरह की चीजें डिजिटल माध्यम में होने लगी है, इसका लोगों को फायदा भी मिल रहा है, लेकिन इस डिजिटल क्रांति के साथ ही साइबर ठगी के मामले में बढ़ने लगे हैं। साइबर ठग लोगों को अलग-अलग तरीके से झांसा देकर उन्हें शिकार बनाते हैं। खासतौर पर मोबाइल से ओटीपी मांग कर या वीडियो कॉल पर उनका वीडियो बनाकर पैसों की डिमांड करते हैं इसके चलते लाखों रुपए पीड़ित को गंवाने पड़ते हैं। ऐसे में आमजन को कैसे जागरूक किया जाए और समाज किस तरीके से जागरूक रहकर साइबर ठगी से बच सकता है इसी को लेकर विप्र फाउंडेशन जोन 1 C राजस्थान युवा मंच और लघु उद्योग भारती के तत्वावधान में यह वर्कशॉप की जा रही है। जिसमें अधिक से अधिक संख्या में हिस्सा लेकर जागरूकता की इस मुहिम में आम जन भागीदार बने।
विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संरक्षक और सीनियर एडवोकेट हस्तीमल सारस्वत ने कहा कि आज साइबर ठगी के मामले बढ़ने लगे हैं। हम हर रोज पढ़ते देखे और सुनते आते हैं कि किस प्रकार से लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाया जाता है। उनके खाते से पैसे निकाल दिए जाते हैं। कई बार पीड़ित पर दबाव बनाकर लाखों करोड़ों रुपए भी ट्रांसफर करवा लिए जाते हैं। इस तरह के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं।
इसके लिए जरूरी है कि समाज को जागरूक किया जाए। इसी को ध्यान में रखते हुए यह पहल की गई है। जिसमें शहर के प्रबुद्धजनों,उद्यमियों शिक्षित वर्ग के लोगों को साइबर ठगी से बचाव के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसलिए अधिक से अधिक संख्या में हिस्सेदारी निभाकर खुद जागरूक होने के साथ ही हम औरों को भी जागरूक कर सकें।