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उदयपुर | साहित्य और संगीत को समर्पित संस्था शायराना उदयपुर की ओर से हर महीने होने वाले मिलन समारोह की शृंखला में इस माह सावन पर भक्ति-सूफी रस विषय पर आयोजन ऐश्वर्या कॉलेज सभागार में किया गया।
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कार्यक्रम की शुरुआत संस्था के संस्थापक मनोज गीतांकर ने सरस्वती वंदना एवं मुक्तक पाठ से की। प्रभा पालीवाल ने ‘नाम तेरा तारण हारा…’ और लक्ष्मी वासवानी ने ‘जय हो शंकराय… प्रस्तुति दी। एस.डी. कौशल, ललित गोयल, और उत्पल नरेश सिंह चौहान ने सूफी गीतों से मन मोह लिया। हिरांश वर्धन ने ‘आज इबादत मेरी रूबरू…’ सुनाया। शायर मनोज आंचलिया ने अपनीं पंक्तियां ‘किसी को यह खौफ कि खुदा देख न ले, किसी की आंखों में आंसू कि खुदा देखता रहे…’ सुनाकर दाद पाई। महबूब खान ने बाबा बुल्ले शाह व अमीर खुसरो की रचनाओं से सूफियाना रंग घोला। हेमंत सूर्यवंशी और मनोज चपलोत ने कबीर व राम भजन प्रस्तुत किए। डॉ. राजकुमार राज ने वैज्ञानिक साहित्यिक प्रस्तुति दी। गुलजार चित्तौड़गढ़ी, विष्णु वैष्णव, मंजूर हुसैन आदि कलाकारों ने लोक व सूफी भजन पेश किए। हेमंत पालीवाल ने ‘मत कर माया को अभिमान…’ भजन पेश किया।
राजसमंद के सैक्सोफोन प्लेयर छोटू लाल ने भक्ति गीतों, आरतियों और लोक भजनों की धुनें बजाईं। मुख्य अतिथि वृक्ष मित्रम संस्था के अध्यक्ष गोपेश भट्ट शर्मा एवं विशिष्ट अतिथि गजल गायक राकेश माथुर रहे। उन्होंने कार्यक्रम की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों को जज कर 5 श्रेष्ठ कलाकारों को प्रशंसा-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
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