
भीलवाड़ा जिले में एक सरकारी स्कूल से मिल्क पाउडर ले जाते टीचर को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। उन्होंने टीचर का बैग खुलवाकर देखा तो उसमें मिल्क पाउडर की तीन थैलियां मिली। ग्रामीणों ने जब मिल्क पाउडर के बारे में पूछा तो टीचर घबरा गया और उनसे दूसरी स्कूल में
.
दरअसल, स्कूल की छुट्टी होने के बाद दोपहर करीब एक बजे टीचर सचिन टाक अपने बैग में मिल्क पाउडर की थैलियां डालकर ले जा रहा था। जब वह स्कूल से बाहर निकाला तो गांव के एक व्यक्ति ने उसे रुकवा लिया और उसका बैग चेक किया। बैग को चेक करने पर उसमें मिल्क पाउडर की तीन थैलियां मिली।
ग्रामीणों ने टीचर का बैग खुलवाकर देखा तो मिल्क पाउडर की तीन थैलियां मिली।
इस दौरान वहां कुछ और ग्रामीण पहुंच गए। जब ग्रामीणों ने टीचर से मिल्क पाउडर स्कूल से बाहर ले जाने की पूछा तो वह घबरा गया। उसने दूसरी स्कूल में सप्लाई करने के लिए कहा। इस पर ग्रामीणों ने टीचर से लिखित में लेटर मांगा कि दूसरी स्कूल में सप्लाई के लिए ऑर्डर बताइए। आपके पास लिखित आदेश की कॉपी होगी उसे दिखाओ।
मामला बढ़ता देख टीचर सचिन टाक वापस स्कूल में चला गया और रूम का ताला खोलकर बैग अंदर रख दिया। टीचर सचिन टाक रूम से चेयर बाहर निकाल लाया और उस पर बैठ गया। ग्रामीणों ने इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी बनाया है। स्कूल रूम में रखे बैग को खोलकर मिल्क पाउडर की थैलियां दिखाने की भी ग्रामीणों ने वीडियोग्राफी की। इस दौरान ग्रामीणों के साथ बच्चे भी मौजूद थे।
मामला बढ़ता देख वापस स्कूल में जाकर रूम में बैग को एक चेयर पर रख दिया।
स्कूल रूम में चेयर पर रखे बैग की ग्रामीणों ने वीडियोग्राफी की।
बरामदे में चेयर लगाकर बैठ गया टीचर।
ग्रामीणों ने घटना की शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की है। उन्होंने मांग की है कि टीचर यह मिल्क पाउडर कहां ले जा रहा था, इसकी जांच कराई जाए।