

आचार्य वर्धमान सागर जी महाराज नें धर्मसभा में कहां कि धर्म से कष्ट से मुक्ति मिलेगी।
आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज ने कहा कि श्री आदिनाथ भगवान से लेकर श्री महावीर स्वामी तक सभी तीर्थंकरों ने कष्ट आपदा से दूर होने के लिए धर्म का उपाय बताया है। धर्म उपदेश को सुनकर, धारण कर ग्रहण करना चाहिए। जिस प्रकार इंजीनियर मकान बनाता है उसी प्
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जैन धर्म प्रचारक पवन कंटान व विकास जागीरदार अनुसार आचार्य श्री ने बताया कि आचार्य श्री के प्रवचन के पूर्व आर्यिका श्री देशना मति माताजी का प्रवचन हुआ। माताजी ने आठ कर्मों के बारे में बताते हुए कहा कि मनुष्य जैसा कर्म करेगा वैसा उसको उसके कर्म का फल अवश्य मिलेगा। आचार्य श्री संघ के आहार के चौके लगाने के लिए बाहर के नगरों से काफी भक्त पधार रहे हैं। टोंक सहित इंदौर, पारसोला, निवाई के चौक लगे हैं। पारसचंद, सुरेन्द्र कुमार, नरेंद्र, अंशुल छामुनिया परिवार को आज आचार्य श्री का आहार कराने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आचार्य शांतिसागर शताब्दी महोत्सव के अंतर्गत प्रेमचंद अशोक कुमार झिराना, जंबू आंडरा परिवार, धर्म चंद अभिषेक कुमार आंडरा परिवार, भागचंद ज्ञानचंद टोरडी परिवार, राकेश कुमार दिनेश कुमार गोठड़ा परिवार में कलश स्थापित किए।
आचार्य वर्धमान जी सागर की धर्म सभा में रोजाना श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
इस मौके पर पदमचंद आंडरा, भागचंद फूलेता, धर्मचंद दाखिया, कमल आंडरा, विमल बरवास, नंदलाल संघी, महावीर देवली, राजेश सर्राफ, कमल सर्राफ, पंकज फूलेता, ओम ककोड़, एंजे दाखिया, अंशुल आरटी, अम्मू छामुनिया, अंकुर पाटनी, रमेश काला, विद्यासागर युवा मंच के उमेश संघी, टोनी आंडरा, मुकेश दतवास, अंकित बगड़ी, पारस खुरेडा, धर्मेंद्र पासरोटियां, जीतू मित्तल, ज्ञान संघी, सोनू बरवास, दीपक फागी, मुकेश मित्तल, टोनी पाटनी, आदि उपस्थित रहे ।