
जिले के खांजीपीर इलाके में सोमवार शाम जो घटना हुई, उसने डॉक्टरों समेत हर किसी को हैरान कर दिया। एक युवक को सांप ने काट लिया लेकिन उसने घबराने के बजाय सूझबूझ से काम लेते हुए सांप को मारा नहीं, बल्कि उसे पकड़कर एक थैली में बंद किया और उसे लेकर सीधे अस्पताल पहुंच गया।
युवक जब राजकीय महाराणा भूपाल अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचा, तो हाथ में थैली लिए डॉक्टर से बोला- डॉक्टर साहब, यही है वो आरोपी… जिसने मुझे काटा है। अब आप इलाज शुरू कीजिए। पहले तो डॉक्टर चौंक गए लेकिन जैसे ही थैली में सांप को देखा, तुरंत गंभीरता को समझते हुए इलाज शुरू किया।
ये भी पढ़ें: Rajasthan News: सरकार और निजी अस्पतालों में 60 दिन में पेंडिंग भुगतान की सहमति बनी, RGHS में जारी रहेगा इलाज
युवक की इस समझदारी की वजह से डॉक्टरों को सांप की प्रजाति पहचानने में कोई दिक्कत नहीं हुई और उन्होंने तुरंत एंटी-वेनम इंजेक्शन लगाकर इलाज शुरू कर दिया। समय रहते उपचार मिलने के कारण युवक अब खतरे से पूरी तरह बाहर है। अस्पताल स्टाफ ने बताया कि यह अपनी तरह का पहला मामला है जब कोई मरीज अपने हमलावर को साथ लेकर अस्पताल आया हो। आमतौर पर लोग घबराहट में सांप को मार देते हैं या पहचान नहीं कर पाते, जिससे इलाज में देरी होती है लेकिन इस मामले में युवक ने न केवल जान बचाई बल्कि डॉक्टरों का काम भी आसान कर दिया।
इलाज के बाद सांप को वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया। अस्पताल प्रशासन ने युवक की सूझबूझ की सराहना की और कहा कि इस तरह के व्यवहार से गंभीर हालात में भी जान बचाई जा सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि आपात स्थिति में संयम और समझदारी से काम लिया जाए तो मुश्किल हालात पर भी काबू पाया जा सकता है। घबराने से स्थितियां बिगड़ सकती हैं और इलाज में देरी जानलेवा साबित हो सकती है। बता दें कि लगभग 20 दिन पहले जयपुर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां एक व्यक्ति सांप को थैली में डालकर अस्पताल पहुंच गया था।